Monday 24 December 2018

Wife Domination - 3

उस रात के बाद मेरे लिए सब कुछ बदल गया | सुबह जब हम सब उठे तो अनीता और रीता मुझे देख कर मुस्कुरा रहे थे | अनीता ने फिर कहना शुरू किया

अनीता: किरण कल रात के बाद तुम्हे पता लग ही गया होगा की तुम मर्द बनने लायक नहीं हो | तुम्हारा शरीर एक औरत का बन चूका है और जिस तरह से कल तुमने अपनी गांड मरवाई है मुझे नहीं लगता तुम अपने उस छोटे से लुंड को चुना भी चाहोगे | सो आज से तुम्हारी नयी ज़िन्दगी शुरू जिसमे तुम्हारा नाम किरण है पर एक लड़की का नाम | अब तुम्हे रीता के साथ उसी के घर में रहना होगा और जो वो कहेगी करना होगा | रोज़ तुम नए नए कपडे पहन कर ऑफिस आओगे और जब कुछ समय में तुम बिलकुल एडजस्ट हो जाएगी एक लड़की की ज़िन्दगी में तब तुम्हारी शादी रीता से कर दी जाएगी | इस बीच में तुम्हे घर का सारा काम, मेकअप करना, साड़ी और तरह -२ के कपडे पहनना सब सीखना होगा | अगर तुमने ये सब नहीं किया तो तुम सोच भी नहीं सकते में क्या कर सकती हूँ | तुम्हे एक रंडी बना कर बेच दूंगी फिर ज़िन्दगी भर दूसरे मर्दो और औरतो को खुश रखना | और या फिर रिया की बीवी बन कर केवल उसे खुश रखो |

ये सब सुन कर में बहुत डर गया और धीरे से सर हिला कर हामी भर दी | और मेरी ट्रेनिंग शुरू हो गयी | में रीता के घर पर शिफ्ट हो गया | रोज़ एक ब्यूटिशियन आती और मुझे तरह -२ के काम करने पढ़ते | वो मुझे रोज़ लड़कियों की तरह उठना बैठना, साड़ी पहनना, मेकअप करना भी सिखाती | रीता ने मुझे धीरे -२ फीमेल होर्मोनेस भी देने शुरू कर दिए जिससे मेरे बाल भी मेरी कमा तक आ गए और बूब्स भी आ गए | रीता ने बहुत ही सख्त रूटीन दिया था और मुझे रोज़ बड़े ही टाइट कपडे पहनने पढ़ते थे | इन सब की वजह से मेरा शरीर बिलकुल लड़कियों की तरह हो चूका था | रोज़ फेसिअल, मैनीक्योर, पेडीक्योर और तरह -२ की चीज़े इस्तेमाल करने से मेरा फेस भी काफी चेंज हो चूका था | अब ऑफिस में भी सब मुझे लड़कियों की तरह से ही बात करते थे | मेरा मन भी अब लड़कियों की तरह हो चूका था | लेकिन एक बदलाव और हुआ जो किसी ने नहीं सोचा था और वो था लड़को की तरफ मेरा झुकाव | मुझे अब कोई भी जावा मर्द देख कर कुछ होने लगता था और अपने आप ही मेरे हाथ मेरे बूब्स और गांड पर चले जाते थे | रीता और अनीता ने ये बदलाव भी नोट कर लिया था | ६ महीने बाद मुझमे लड़को जैसा कुछ नहीं बचा था सिवा मेरे लुंड के | अनीता ने एक दिन मेरी और रीता की शादी ऑफिस में अन्नोउंस कर दी | सब बहुत खुश थे और शादी की तैयारी में लग गए | मैंने अपने लिए बहुत सारी चीज़े खरीदी | शादी से दो दिन पहले अनीता ने मुझे अपने घर बुलाया | जब में वह पहुंची तो देखा की पार्टी की तैयारी चल रही है | मुझे कुछ समझ नहीं आया क्यूंकि शादी तो दो दिन बाद थी | अनीता ने मुझे एक अलग कमरे में रुकने के लिए कहा | थोड़ी देर बाद वह २-३ लड़किया आयी और उन्होंने मुझे पारलर गाउन पहनने के लिए कहा क्यूंकि मुझे पार्टी के लिए स्पेशल तैयार होना था | फिर एक लड़की ने मेरा फेसिअल किया और बाकी दोनों ने मेरे हाथ और पैरो को साफ़ करना शुरू किया | फिर एक लड़की और आयी और उसने मेरे हाथो और पैरो में मेहँदी लगनी शुरू कर दी | २ घंटे में मेरे दोनों हाथो में कुहनी तक और पैरो में घुटने तक मेहँदी लग चुकी थी | मुझे बड़ा ही अच्छा फील हो रहा था | फिर उन्होंने मेरा मेकअप करना शुरू किया और बाल भी अलग स्टाइल में बनाने लगी | १ घंटे बाद उन्होंने मेरे हाथो और पैरो से मेहँदी उतर कर उसे साफ़ कर दिया | फिर सभी नेल्स पर लाल रंग की नेल पोलिश लगायी | उन्होंने ३-४ बार लगायी ताकि उसका रंग अलग ही दिखे | मेरे हाथो के नाख़ून बहुत ही खूबसूरत लग रहे थे | फिर उन्होंने मेरी एएब्रो बनायीं और फेक लैशेस से उसे और सुन्दर बना दिया | फिर लाल रंग की लिपस्टिक उन्होंने ३-४ बार रिपीट की मेरे होंठो को शेप दी | मेरे बालो को भी एक नया स्टाइल देकर खुला छोड़ दिया और थोड़े कर्ल्स भी बना दिए | फिर मुझे एक मल्टीकलर लहंगा पहनाया गया और उसके साथ बड़े-२ कान के झुमके और गले में बड़ा सा हार | उन्होंने मेरी नाक में भी छेद किया और एक सुन्दर से नाथ पहना दी | पुरे ४ घंटे में उन्होंने मुझे एक दुल्हन की तरह से तैयार कर दिया था | फिर वो मुझे बड़े से हाल में ले गयी जहा मेरी ऑफिस की कुछ गिनी चुनी लड़किया थी और रीता और अनीता भी थी | लेकिन उन सब ने ज्यादातर वेस्टर्न ड्रेस ही पहनी थी | मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था |

अनीता मुझे फिर अपने साथ सबके बीच में लायी और सब लड़कियों ने जोर से तालियों के साथ मेरा स्वागत किया | अनीता फिर बोली
"आज की ये शाम ख़ास किरण के लिए है | में चाहती हूँ की वो अपनी नयी ज़िन्दगी में किसी तरह का मलाल न रखे इसीलिए आज की ये पार्टी राखी गयी है | किरण आज तुम सब कुछ करने के लिए आज़ाद हो, तुम्हे किसी भी तरह की शर्म करने की जरुरत नहीं है | तुम्हारी हर ख्वाइश और जरुरत पुरे करने का सब इंतज़ाम है |"

मुझे अभी भी कुछ समझ में नहीं आ रहा था | फिर मुझे एक रानी की तरह एक बड़ी से कुर्सी पर बिठा दिया और किरण ने पार्टी शुरू करने के लिए कहा | कुछ ही मिंटो में वह पर ३ जावा मर्द बड़े ही आकर्षक कपड़ो में आ गए | संगीत शुरू हुआ और तीनो ने नाचना शुरू किया | धीरे -२ उन्होंने अपने कपडे भी उतरने शुरू किये फिर मुझे सब कुछ समझ में आ गया लेकिन मेरे लिए अभी और भी सरप्राइज था | उन तीनो को काम कपड़ो में देख कर मेरे अंदर की औरत मचलने लगी | अनीता ने फिर उन्हें इशारा किया और उसमे से एक मर्द मेरी तरफ बढ़ा और मेरे सामने सेक्सी पोज़ करने लगा | सब लड़किया सिटी बजने लगी और अनीता ज़ोर से चिल्लाई, किरण आज तुम्हारा दिन है आगे बढ़ो | ये सुनते है जैसे मुझ में एक बिजली सी दौड़ गयी और मैंने मर्द को अपनी तरफ खींच लिया | उसने भी बिना देर किये अपना अंडरवियर फाड़ दिया और उसका लुंड अब मेरे हाथ में था | में उसे जोर से मसलने लगी और इतनी देर में उसने मेरे होंठो पे अपने होठ रख दिए | ५-१० मिनट तो वो मुझे चूमता ही रहा और में उसके लुंड के साथ खेलती रही | फिर वो उठा और उसने मुझे अपनी गॉड में  उठा लिया | में उसकी बाहो में सिमट सी गयी | फिर उसने मुझे बिठाया और अपना लुंड मेरे मुँह की तरफ किया | मैंने तुरंत उसका लुंड अपने मुँह में ले लिया और किसी भुकी हवस की पुजारन की तरह चूसना शुरू कर दिया | वो भी मेरे बूब्स के साथ खेल रहा था | मुझे अंदाज़ा भी नहीं था की वह और भी लड़किया है जिनमे मेरी होने वाली बीवी काम पति भी है | में तो बस मस्त हो चुकी थी | अनीता भी मेरी बेशर्मी देख कर हैरान थी पर सभी मजे ले रहे थे | किरण ने सब से पुछा फिर की क्या इस दुल्हन की सुहागरात यही बनवा दे | लड़कियों के शोर से मुझे भी अंदाज़ा हो गया था की वे क्या चाहती और में क्या कर रही हूँ, पर मुझे कोई फ़र्क़ नहीं पढता था | किरण ने दूसरे आदमी को भी इशारा किया और वो मेरे पीछे आ गया | उसने मेरी गांड सहलाई और मेरा लेहंगा ऊपर कर दिया और अंदर पैंटी फाड़ दी | अब मेरी गांड साफ़ दिखाई दे रही थी | में लुंड चूसने में इतनी मस्त थी की मैंने ध्यान ही नहीं दिया और फिर एक जोर झटका लगा और तब मुझे पता लगा की दूसरे आदमी का लुंड मेरी गांड में प्रवेश कर चूका है

पहले वाले ने मुझे जोर से पकड़ लिया ताकि वो अपना लुंड अच्छे से मेरी गांड में दाल सके | १ मिनट के अंदर उसका पूरा लुंड मेरी गांड में था और मेरे मुँह में पहले वाले का लुंड था | अब उसने धीरे मुझे झटके देना चालू किया और मेरा पूरा मुँह उसके लुंड से कराहने लगा | इतने में उसने अपना पूरा माल मेरे मुँह में छोड़ दिया और मुझे पूरा पीने के लिया मजबूर कर दिया | मै बिना सांस लिए पूरा पि गयी और फिर मेरे मुँह में तीसरे का लुंड आ गया | १५ मिनिट तक वो आदमी मुझे छोड़ता रहा सबके सामने और मैं लुंड चूसने में बिजी रही | फिर उसने भी अपना माल मेरी गांड में छोड़ दिया | मुझे लगा अब बस हो गया लेकिन ऐसा नहीं था | उन्होंने मुझे अपनी गोद में उठाया और मेरी रानी वाली कुर्सी का तरफ ले गए जहा पर पहले से वो पहला मर्द बैठा था अपना लुंड मेरी तरफ किये हुए | और फिर उन्होंने मुझे उसके लुंड पर बिठा दिया | माल के कारन मरी गांड बहुत ही चिकनी हो चुकी थी तो वो एक झटके में उसका लुंड मेरी गांड में था | और अब बारी मेरी थी झटके देने की | आगे से मेरा लेहंगा वैसे ही मुझे मदहोश कर रहा था और अब उसके लुंड पर बैठने के बाद जब मैंने ऊपर निचे होना शुरू किया तो मेरे बाल, मेरे झुमके सब मेरे शरीर में एक सनसनी से पैदा करने लगे | ५ मिनिट छोड़ने के बाद उसने उसी पोज़ में बिना अपना लुंड निकले मेरा मुँह अपनी तरफ कर लिया | जब उसका लुंड मेरी गांड में घुमा तो एक अलग ही बिजली सी दौड़ गयी और फिर मैंने अपने आप को छोड़ना शुरू किया | उसने मुझे चूमा और मेरे बूब्स दबाने लगा और मैंने अपने आप को छोड़ने में मशगूल थी | में इतनी जायदा जोर से उसके लुंड के ऊपर कूद रही थी वो भी कराहने लगा और मुझे और जोर से चूमने लगा | ये सब इतना इंटेंस था किसी ने सोचा भी नहीं था | मैं पूरी तरह बेकाबू हो चुकी थी | पुरे १ घंटे की चुदाई के बाद में पूरी तरह थक चुकी और वो तीनो आदमी भी | इस १ घंटे में उन तीनो ने मुझे बारी -२ से एक बार तो चोदा ही था | और चोदने  की उनकी भी हिम्मत नहीं थी और इसके साथ सबने तालियों के साथ मेरी पूरी चुदाई के शो की तारीफ़ की | अनीता ने अपनी ब्यूटिशियन को बुलाया और उन्होंने ५ मिनिट मेरी लिपस्टिक और मेकअप जो थोड़ा  ख़राब  हो गया था ठीक किया |

उसके बाद अनीता ने बोलना शुरू किया
"किरण मैंने बहुत सी फिल्मे देखी है चुदाई की लेकिन ऐसी चुदाई कही नहीं देखी | तुम वाक़ई में किसी रंडी से काम नहीं हो | मुझे कहने में कोई शर्म नहीं की तुम जिस तरह से चुदी हो वैसे कोई लड़की भी शायद न कर पाए | ऐसा मजा मुझे पहले बिलकुल नहीं आया जो हमने आज देखा | ये सब होने के बाद मैंने फैसला लिया है की तुम्हे बीवी बना कर मैं तुम्हारा टैलेंट वास्ते नहीं करना चाहती | तुम रीता के साथ ही रहोगी और वो सब कुछ करोगी जो वो कहेगी | लेकिन रीता को पूरी आज़ादी है की वो अपने लिए कोई और मर्द ढूंढ सकती है | जब तक उसे वो नहीं मिलता तुम्हे रीता के लिए वो सब कुछ करना पड़ेगा जो एक बीवी करती है | लेकिन उसके साथ तुम्हारे लिए मेरे पास एक काम और है जिसके बारे में हम बाद में बात करेंगे | लड़कियों एक बाद फिर से किरण की शानदार चुदाई  के लिए जोरदार तालियां |

और फिर पूरा हाल तालियों से गूँज उठा मुझे कन्फ्यूज्ड छोड़ कर की अनीता के मन में क्या चल रहा है |

अंतिम अध्याय कुछ दिनों के बाद |