Saturday 13 June 2015

Mohit to Maya (Part 2)

फिर वहाँ नानी आ गई और मुझसे ऐसे रियेक्ट करने लगे जैसे मै उसकी बहु ही हूँ। मैने नानी कहा तो उसने मेरे एक तमाचा रसीद दिया और बोली मै तेरी सासू माँ हूँ नानी नहीं।
ब्यूटिशियन से बोली इसको जल्दी तैयार करदे मेरा बेटा इसे देखकर जल्दी से ठीक हो जायेगा, ब्यूटिशियन ने मुझे तैयार करना शुरू कर दिया, मेरा गाउन उतरवा दिया मेने ब्रा पेंटी पहले से पहनी हुई थी मुझे पेटीकोट दिया और औरत की तरह उपर से पहन ने को कहा मैने वैसे ही पहना और कमर में नारा बाँध लिया कसकर उसके बाद उसने मुझे sleeveless, backless blouse दिया जिसमे से आगे भी cleavage साफ़ दिख रहे थे उसे मैने पहन लिया और पीछे की तरफ ब्यूटिशियन उसका नाम नेहा था उसने डोरी बाँध दी। अब उसने मुझे ज्वेलरी पहनानी शुरू कर दी साथ साथ में वहाँ का makeup भी कर देती थी। उसने मेरे हाथ और पाँव के nails पे nail paint कर दिया रेड कलर का, उसके बाद मेरी पाँव की 2-2 ऊँगली में toe ring पहना दी और थोड़ी मध्यम वर्ग की सुन्दर सी पायल भी पहना दी। फिर हाथों की ऊँगली में अंगूठी 2 उँगलियों में , और कलाई में कड़ा फिर 5 बेंगनी रंग की चूड़ी फिर कड़ा फिर 5 चूड़ी फिर कड़ा ऐसे करके मेरे हाथों में गिनती 13 हो गई फिर उसने बाजूबंद पहनाये दोनों हाथों में, बेंगनी चूड़ियों से ऐसा लग रहा था की मुझे बेंगनी साड़ी या शूट पहनाएगी नेहा। उसके बाद मेरी नाभि में navel ring पहनाई जिसमे से छोटी सी चैन भी लटक रही थी मुझे बहुत दर्द भी हो रहा था क्योंकि थोड़ी देर पहले ही तो मेरी नाभि छिदि गई थी और मज़ा भी बहुत आ रहा था वो चूड़ियों का खनखनाना, साथ में पायल की आवाज़ कॉटन का पेटीकोट का मेरे thigh से touch होना, वो ब्लाउज की फिटिंग ओहो मुझे बहुत ही feminine महसूस हो रहा था। उसके बाद मेरी ,eyebrows बनाई नेहा ने फिर मेरे पुरे फेस पे उसने क्या क्या लगाया मुझे सही से नहीं पता उसके बाद उसने मेरी eyebrows पे eyebrows pencil लगाईं, eyelashes पर pencil use की काजल लगाया पलकों पे उपर की तरफ light pink color use किया और किनारे पे हल्का हल्का बेंगनी कलर use किया cheeks हलके हलके गुलाबी किये होटों पर lipliner use किया बेंगनी कलर का और फिर महरूम कलर की lipstick लगाईं। उसके बाद मेरे कान के दो छेद में earring पहनाये और नीचे कान के छेद में मध्यम साइज़ के झुमके जैसे पहना दिए जिसमे से भी चैन लटक रही थी जो मेरे कंधो को touch कर रही थी। उनका कान में हिलना और कंधो को touch करना मुझे बहुत ही मज़ा दे रहा था। नेहा ने एक बहुत प्यारी सी nosering निकाली और मेरी नाक में पहना दी मुझे बहुत गुस्सा आया और दर्द भी हो रहा था। मै कुछ कर नहीं सकती थी लेकिन मैने उसे मन में बहुत गाली दी। वो हंस रही थी। उसके बाद उसने हल्का सा एक necklace मेरे गले में पहना दिया और फिर उसने बेंगनी रंग की silky साड़ी निकाली मुझे पहनाने के लिए और मुझे ऐसे पहनाया की मै बिलकुल एक नयी शादीशुदा लड़की की तरह लग रही थी या यूँ कहो की
अविनाश के मामी , उसके मामा की wife लग रही थी, फिर नेहा ने मेरे बाल काड़ के set किये और चोटी घुन्थ दी वो मुझपे सही नहीं लग रही थी तो उसने मॉडर्न तरीके से मेरे बालों को set कर दिया। नेहा एक perfume लायी जिसे उसने मेरी navel में, मेरे cleavage में, मेरी गर्दन के पीछ, मेरी कलाइयों में, लगा दिया अब में पूरी की पूरी माया बन गई थी। अविनाश नानी नाना सब मुझे देखने आ गए नेहा के बुलाने पर। उसकी नानी आई तो मैने उसकी नानी और नाना दोनों के पैर छुए वो दोनों बहुत खुश हुए फिर नानी ने सिन्दूर और मंगलसूत्र अविनाश को दिए औद बोली तेरी मामी ये भी शादीशुदा है कुंवारी नहीं। तेरे मामा तो इस हालत में नहीं है कि वो लगा सके । मैने कहा सासू माँ मै खुद लगा लेती हूँ तो उसकी नानी बोली तू पहले लगाती थी मैने कहा नहीं तो वो बोली पहली बार कोई लड़का ही लगाता है उसके बाद खुद लगाते हैं । अविनाश ने मेरी मांग में सिन्दूर लगा दिया और मेरे गले में मंगलसूत्र पहना दिया और नेहा ने एक बिंदी मेरे मेरे माथे पे लगा दी।
लेकिन मै जब भी बोल रही थी तो एक मर्दाना आवाज़ आ रही थी इतने में नानी माँ अन्दर कमरे से एक spray लाइ और बोली माया इस spray को तुम अपने गले में सुबह शाम को use करना इस से तुम्हारी आवाज़ भी मर्दाना रहेगी और जब हमसे बात किया करोगी तब लडकियों वाली आवाज़ निकला करेगी। मैने हाँ में सर हिला देगी लेकिन मुझे किया पता था की उस spray से पूरी ज़िन्दगी के लिए मेरी आवाज़ लड़कियों वाली हो जाएगी क्योंकि अविनाश और उसके नाना नानी का प्लान सिर्फ अपने बेटे को ठीक करना ही नहीं बल्कि मुझे पूरी ज़िन्दगी अपनी बहु बनाने का भी था। नानी नेहा से बोली की माया में बस एक कमी रह गई है उसके शरीर पर मेहँदी नहीं है, कल माया पे मेहँदी जरुर लगी होनी चाहिए। नेहा ने हाँ में सर हिला दिया ।

फिर मेरी सासू माँ ने मुझे पंकज की दवाई के बारे में बताया क्योंकि वो माया के चले जाने से बहुत दुखी था और सही नहीं होना चाहता था इसलिए ना खाना खाता था न दवाई खाता था। मै जैसे ही पंकज के कमरे में जाने लगी इतने में नेहा आई और एक कमर बंद भी लेकर आई बोली येही तो वो चीज़ है जिस से पंकज आँख बंद करके भी माया को पहचान लेता था। नेहा ने वो कमर बंद मेरी कमर में बाँध दी और बोली अब जाओ पंकज के कमरे में, मैने जैसे ही कमरे में entry की 3 महीने से पंकज की बॉडी में ना होने वाली हलचल जैसे होने लगी हो माया की चूड़ियों की आवाज़, कमरबंद का हिलना पायल की छन छन, से जैसे उसमें जान सी आ गई हो मेरे पास जाते ही वो मुझे एकटक देखता रहा और उसकी आँखों से आंशु निकलना शुरू हो गया। मै बेड पर बैठी और उसके गाल पे हाथ फिराते हुए बालों में हाथ फिराने लगी , वो तुरंत उठा और मेरी गोद में अपना सर रख लिया मै तो डर ही गई एक बार को तो, थोड़ी देर बाद वो उठा और मुझे भी खडा किया और मुझसे ऐसे लिपट गया जैसे मै ही उसकी माया हूँ लेकिन उसके लिए तो मै ही उसकी माया थी। जब वो मुझसे लिपटा तो मुझे एक अजीब सा एहसास हो रहा था शायद बहुत अच्छा लग रहा था उसकी साँसों का मर्दाना एहसास मै भूल ही गई की मै लड़की नहीं लड़का हूँ लेकिन मेरा यह सोचना बिलकुल गलत था। फिर वो मुझसे sex करने की इच्छा ज़ाहिर करने लगा शायद वो माया से बहुत प्यार करता था मै बोली darling 3 महीने बाद तुम्हारी तबियत ठीक हुई है और तुरंत तुम sex करने की बात कर रहे हो। वो मान नहीं रहा था तो मैने किसी तरह रात के लिए टाल दिया और पंकज को दवाई खिला कर वापस आने लगी तो उसने मुझे कसके पकड़ कर जबरदस्ती मेरे होंठों पर kiss कर दिया और मै सर्मा के कमरे से बाहर आई तो देखा सब मेरा इंतज़ार कर रहे थे मैने अन्दर का सारा हाल बता दिया तो मेरी सासू माँ बोली सब ठीक है लेकिन तेरी चाल अभी भी मर्दाना जैसी है तो मै बोली सासू माँ इसमें मै क्या कर सकती हूँ तो वो बोली करेंगे तो हम ही नानी ने ना जाने नेहा के कान में क्या बोल वो तो tennis ball ले आई और मुझसे बोली चलो अपने कमरे में हमारे साथ नानी भी आ गई नानी ने मेरे हाथ पकड़ लिए और बोली की अगर तूने हाथ छुड़ाने की कोशिश की तो ये हर कोशिश में एक ball बड़ा दी जाएगी मेरे समझ में कुछ नहीं आ रहा था। नेहा ने दोनों tennis ball पर तेल लगा लिया और मेरी साड़ी उपर करके पेंटी निचे करके एक बॉल मेरी asshole में घुसा दी मुझे बहुत तेज़ दर्द हुआ जिसे मै सेहन नहीं कर सकती थी लेकिन क्या करती हर कोशिश पर एक नयी बॉल का डर लग रहा था थोड़ी देर बाद नेहा ने फिर एक और tennis बॉल मेरी asshole में घुसा दी और उपर से प्लास्टर टेप लगा दी जो छुड़ाने पर ही छुट ती है फिर नानी ने मेरे हाथ छोड़ दिए और चलने को कहा मै चलने लगी तो मुझे बहुत दिक्कत हो रही थी लेकिन मेरी चाल बिलकुल औरतों वाली हो गई थी और उसके बाद नानी बोली अब तू आराम करले रात तुझे मेरे बेटे के साथ सोना है।
रात होते ही मै पंकज के कमरे में गई तो वहाँ बिलकुल honeymoon जैसा कमरा सजाया हुआ था और पंकज मेरा rose flower लेकर बेड पर इंतज़ार कर रहा था मै गेट लॉक करके पंकज के करीब जा रही थी..

No comments:

Post a Comment